प्राचार्य
सबसे निश्चित अर्थों में शिक्षा मानव जाति को मानवीय बनाने की प्रक्रिया है। हाल के दिनों में शैक्षिक क्षेत्र में जो व्यापक परिवर्तन हुए हैं; इसी दृष्टि का परिणाम है। हम पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय गांधीनगर में छात्रों के समग्र विकास के इस सपने को पूरा करने का लक्ष्य रखते हैं ताकि उन्हें स्वस्थ व्यक्तियों में तैयार किया जा सके जो समाज और राष्ट्र में संपत्ति होंगे। छात्रों को भविष्य से मिलने के लिए तैयार करने में भावनात्मक बुद्धिमत्ता का प्रावधान महत्वपूर्ण है। इससे उन्हें अकादमिक रूप से सफल होने की चुनौतियों सहित सभी प्रकार की जीवन चुनौतियों से आसानी से और सफलतापूर्वक निपटने में मदद मिलेगी। हम जो करने का प्रयास करते हैं वह दिशा और प्रेरणा प्रदान करना है और बच्चों को उनकी क्षमता विकसित करने के लिए स्वतंत्र महसूस कराना है। और यह बदले में उन्हें यूनेस्को द्वारा प्रस्तावित शिक्षा के चार स्तंभों को प्राप्त करने में मदद करता है: जानना सीखना, करना सीखना, बनना सीखना और एक साथ रहना सीखना।
प्रिय छात्रों, समस्याएं उच्च उपलब्धियों की सीढ़ियां हैं। तो, उनका सामना करें ।